दोस्तों आप भी अपनी जिंदगी में अकेलापन महसूस कर रहे हो इसी अकेलेपन पर आप ढूंढ रहे हो Akelapan shayari तो आप इस लेख में बेहतरीन अकेलापन शायरी, अकेलापन शायरी 2 Line, रिश्ते अकेलापन शायरी, जिंदगी में अकेलापन शायरी, अकेलापन शायरी 2 Line in Hindi, Akelapan shayari in hindi आदि पढ़ सकते हो। जिंदगी में बहुत दुःख होता है जब हम खुद को अकेला महसूस करते है। जब सब साथ छोड़ कर चले जाते है और हम अकेले पड़ जाते है तो यह समय जिंदगी का सबसे कठिन समय होता है।
आप सही में खुद को अकेला महसूस कर रहे हो तो आपको यह लेख जरूर से पढ़ना चाहिए। आप इस लेख को पढ़ें और अपने अकेलेपन के दर्द को इस लेख की शायरी के जरिए अपने WhatsApp Status में लगाए। जो भी आपके व्हाट्सएप स्टेटस को देखता होगा वह आपके अकेलेपन के दर्द को महसूस कर सकेगा।
Contents
Akelapan shayari in hindi

मर जाऊं तो लिख देना मेरी संग-ए-लहद पर
मौत अच्छी थी, मगर जुदाई यार से तौबा तौबा
जुदाई तो मोहब्बत की पहचान हुआ करती है
तुम सिर्फ मेरे हो, इस बात का ख़्याल रखना
सबब जो इस जुदाई का बना है
वो मुझसे खूबसूरत है? नहीं तो

अधीर डालें हैं बख़बे मेरे जुदाई ने
कि खा गया है तेरा हिज्र कतर के मुझ को
लाऊँगा कहाँ से मैं जुदाई का हौसला
क्यों इस क़दर क़रीब आ गए हो तुम
अकेले-पन भी हमारा ये दूर करती है
कि रख के देखो ज़रा अपने पास तस्वीरें।

खामोशियों ने वो सिखा दिया,
जो शोर में कभी नहीं मिला।
बहुत कुछ छोड़ा है तेरे भरोसे ए वक्त,
बस तू दगाबाज ना निकलना..!!!
अब तन्हाई से इश्क़ हो गया है,
क्योंकि लोग बेवफ़ा निकले।

ज़िंदगी ने सब कुछ दिया,
बस एक सच्चा साथ नहीं मिला।
कौन देखेगा वो सलगते हुए आँसू
जो तकियों के ग़लाफों में ज़ब्त हो जाते हैं
जड़ते हुए देखा नहीं टूटे हुए दिल को
गर जाएं जो आँसू तो उठाए नहीं जाते

बे दर्द ज़माने का बहाना सा बना कर
हम अंदर से टूट के बहुत रोते हैं तेरी याद में अक्सर
अब हर तकलीफ हंसा देती है
अब हर दिलासा रुला देता है
कभी तन्हाइयों में आकर देखना
कैसे रोते हैं दूसरों को हंसाने वाले

अब ना किसी से दिल की बात होती है,
बस खामोशी में ही ज़िंदगी कटती है।
तेरे बिना अब कोई सपना नहीं,
बस खाली आँखें और अधूरे लम्हें हैं।
Akelapan shayari in hindi text
जिसे अपना समझा,
वो अजनबी बनकर निकल गया।

अब तो आँसू भी थक गए हैं बहते-बहते,
तेरे बिना जीना आसान नहीं रहा।
ना शिकवा है किसी से,
ना अब कोई उम्मीद बची है।
इस अकेलेपन में खुद से भी डर लगता है,
तेरे जाने के बाद सब अधूरा सा लगता है।

हर सुबह अब तेरे बिना होती है,
और हर रात तुझसे दूर सोती है।
वो जो पल तेरे साथ थे,
अब बस याद बनकर रह गए हैं।
तन्हाई ने हमे वो सिखाया जो हमे आज दिन तक कोई न सिखा सका,
खुद से बात करना भी एक हुनर है।

अब तो हमारी यह खामोशी भी
बहुत कुछ कह जाती है,
जब कोई सुनने वाला न हो।
हर किसी के लिए जिए,
खुद के लिए कोई न मिला।
एक ग़ज़ल मीर की पढ़ता है पड़ोसी मेरा
एक नमी सी मेरी
दीवार में आ जाती है

मुझे मालूम है तुम खुश बहुत हो इस जुदाई से
अब ख़्याल रखना तुम अपना, तुम्हें तुम जैसा ही न मिल जाए
यह भी मुमकिन है कि
मेरी हर साँस सज़ा हो जाए
यह भी मुमकिन है जुदाई में संवर जाऊँ मैं
यकीन करो अगर दर्द तहरीर हो सकता ना..!!
तो मैं लफ़्ज़ों के जनाज़े उठा देता..!! 💔
अब मेरे अश्क-ए-मोहब्बत भी नहीं आपको याद
आप तो अपने ही
दामन की नमी भूल गए…!!
Akelapan shayari on life
किसी को अहसास दिलाने के लिए
बिछड़ा न करो
वरना वक़्त उसे आपके बगैर ही
जिना सीखा देगा!!
मेरा लहजा ही मेरी पहचान है,
वरना मेरे नाम के तो हजारों इंसान हैं..!!!
चुप रहना मेरी ताकत है कमजोरी नही,
अकेले रहना मेरी आदत है मजबूरी नहीं..!!!
अकेला मरने के लिए तैयार हूँ
लेकिन अकेला जीने के लिए तैयार नहीं हूँ।
तन्हा दिल, तन्हा सफर
तुम्हारे बिन कटेगी कैसे
तन्हा वक़्त, तन्हा उमर।
अकेलापन सज़ा नहीं,
अब ये मेरी पहचान है।
मन मेरा बेचैन सा है,
ना जाने क्यों ये खुदसे
ही खफा सा है..!!!
कुछ लोग हमारे ज़िंदगी
से ऐसे चले जाते हैं,
जैसे कभी थे ही नहीं।
बात बस नजरिए की है,
काफी अकेला हु या, अकेला काफी हु..!!!
जो मुस्कान आज दिख रही है,
उसके पीछे तन्हाई की दास्तां छुपी है।
तुझे ज़िन्दगी भर याद
रखने की कसम तो नहीं ली,
पर एक पल के लिए तुझे
भूल जाना भी मुश्किल है।
हालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरह…
वरना हमारे वादे भी
कभी ज़ंजीर हुआ करते थे
दीप रातों को जलाके रखिये
फूल काँटों में खिलाके रखिये।
जाने कब घेर ले अकेलापन
एक-दो दोस्त बनाके रखिये।
Alone Shayari 2 Lines in Hindi
तुम्हारे करीब हम कुछ इस तरह आते गये
तन्हाइयों के नजदीक, और नजदीक जाते गये।
हर रात खुद से एक ही
सवाल करता हूँ —
क्या सच में मैं इतना अकेला हूँ?
इंतजार सिर्फ वही कर सकती हैं
जिसे एक शख्स में पूरी दुनिया देखी हो
अगर तुझे लगता है
तूने मेरे साथ अच्छा किया
तो भगवान करे यह अच्छा तेरे साथ भी हो
ना कोई हमदर्द था, ना कोई दर्द था,
फिर एक हमदर्द मिला उसी से सर दर्द मिला..!!!
जिस चांद के चाहने वाले हजार हो वो
क्या महसूस करेगा एक सितारे की कमी
जब अपने ही गैर बन जाएं,
तब तन्हाई सच्ची लगती है।
कोशिश तो बहुत करता
हूं कि मन शांत
रहे पर कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो चुभते बहुत है
चेहरे पे मुस्कान,
पर दिल की तन्हाई कोई नहीं जानता।
सबको लगता है मैं खुश हूँ,
पर आँखें मेरी तन्हा रातों की गवाह हैं।
सुनो, अब सिर्फ दर्द है,
डर नहीं तुम्हे खोने का..!!!
एक लड़की जब चुप हो जाए,
समझ लो वो अंदर से टूट चुकी है।
जब से मुझे प्यार
में मिली बेवफाई है
तब से मेरी जिंदगी में
दर्द और तन्हाई है..!
रात ये मुझसे बहुत
मोहब्बत करती है
सब सो जाएं तब अकेले में
बात करती है!!
है तमन्ना फिर, मुझे वो प्यार पाने की…….
दिल है पाक मेरा, ना
कोशिश कर आज़माने की …!!
झूठी मुस्कान मुस्कुराते
पूरी उम्र कट जाएगी
महफ़िल की आड़ में
तन्हाई कहीं छुप जाएगी।
रिश्ते अकेलापन शायरी
तन्हाइयों के घरौंदे में हम बस गए
जो अकेलेपन की दास्तां सुनाई
तो मेरी बातों पर लोग हँस दिए।
अब इस घर की
आबादी मेहमानों पर है
कोई आ जाए तो वक़्त गुज़र जाता है।
आते आते उसे कुछ देर पलट कर देखा
मैं जुदाई की हर एक रस्म निभा कर आया
तन्हा रास्तों पर चलना
अब आदत सी बन गई है।
अब नाराज नहीं होना है किसी से,
बस नजर अंदाज करके जीना है..!!!
ज़िंदगी में सब मिलते हैं,
पर कोई साथ नहीं चलता।
क्या ज़रूरत थी दूर जाने की
पास रह कर ही तुम सता लेते
उसने वादा तो कर लिया लेकिन
घर ग़रीबों के कौन आता है
देखने वाले देख लें सूरत
फिर ये सूरत नज़र न आएगी
इतने बरसों की जुदाई है कि अब
तुमको देखेंगे तो मर जाएंगे
उदासियों का ये मौसम बदल भी सकता था
वो चाहता तो मेरे साथ जीवन भर के लिए चल भी सकता था।
हुनर-ओ-इश्क अब सीख कर आया हूँ………
चलो फिर से खेल दिल का खेलते है…..!!
लोग साथ थे फिर भी अकेलापन था,
क्योंकि कोई दिल से पास नहीं था।
कमाल की मोहब्बत थी उसको अचानक
सी हुई और बिना बताए खत्म हो गई
भीड़ में चलने वाला हर
इंसान ज़िंदा नहीं होता।
कहानी हर एक की होती है किसी
की पूरी तो किसी की अधूरी
दिल की खामोशी ही
मेरी तन्हाई की पहचान है।
कुछ तो गम ढाबा है सीने में वरना
यूं ही मजा नहीं आता सिगरेट पीने में
वो साथ होकर भी दूर था,
और मैं अकेले होकर भी इंतज़ार में था।
एक महफ़िल में कई
महफ़िलें होती हैं शरीक
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।
यूं ही नहीं होती जनाजे में भीड़ साहब,
हर इंसान चला जाने के
बाद अच्छा लगता है..!!!
अकेलापन शायरी 2 Line
तेरी यादें अब साँसों का हिस्सा हैं,
जिन्हें रोक भी नहीं सकता।
कुछ रिश्ते अधूरे ही सही,
पर बहुत कुछ सिखा जाते हैं।
अकेलापन वो सज़ा है,
जो बिना गुनाह के मिलती है।
भावनाएं मर चुकी हैं,
मैने खुद उन्हे अपने हाथो
से दफन किया है..!!!
जब अपने छोड़ जाते हैं,
तब भीड़ भी बेगानी लगती है।
तुम चुन सकते हो सफर नया,
मेरा तो इश्क है मुझे इजाजत नहीं..!!!
दीवाना अगर हंस्ता है तो उसे हंसने दो
क़मबख़्त तन्हाई में रोया भी बहुत होगा
जा क़ासिद अब उनको कह के आ
चार क़ुल बिना आँसुओं के पढ़ लें
सुनो, हर रोज़ रुला देते हो
किसी के दर्द से दर्द नहीं होता तुम्हें?
आज जो इस अकेलेपन
का एहसास हुआ खुद को,
तो समहाल नहीं पाया
अपने इन आसुओं को।
हमारे इस अकेलेपन ने हमें
जीना सीखा दिया
बची हमारी ये हँसीं तो उसे हमनें
पहले ही भुला दिया !!
सुन अकेला रहना और
अकेलेपन में रहना,
वैसा ही होता है
जैसे की मुस्कुराना और गम में रहना।
खुद में काबलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब
सहारे कितने भी अच्छे जो
साथ छोड़ जाते है।
भीड़ में भी अक्सर अकेला महसूस करता हूँ,
क्योंकि अब भरोसा करने वाला कोई नहीं।
वफादार और तुम, ख्याल अच्छा है,
बेवफा और हम खैर इल्जाम अच्छा है..!!!
तन्हाई से अब डर नहीं लगता,
लोग जो साथ थे, वो दर्द दे गए।
जिंदगी में अकेलापन शायरी
फिर वो न आए शाम का वादा करके
हम तमाम रात शमा जला जला के रोए
रातों का जागना ही ठहरा नसीब अपना
दे कर ग़म-ए-जुदाई जाने कहाँ गए वो
किरदार में मेरे भले ही अदाकारी नहीं है,
खुद्दारी है, गुरूर है, पर मक्कारी नहीं है..!!!
तुम्हारे बाद फिर कहां किसी की हसरत होगी,
खामखा उम्र भर मोहब्बत से नफरत होगी..!!
हमेशा याद रहेगा यह दौर हमको,
क्या खूब तरसे जिंदगी में
एक शक्श के लिए..!!!
अपना समझ कर जिनसे बात की,
आज वो पराया कह कर चले गए।
दिल बहुत करता है हंसने का लेकिन
किसी की कमी रुला देती है
बड़ी साजिश हुई होगी तुम्हें
हमसे दूर करने के लिए,
मलाल इस बात का है कि तुम भी उनकी बातों में आ गए..!!!
दिल चाहे कितना भी तकलीफ में हो,
तकलीफ देने वाला दिल में ही रहता है..!!!
घुटन बस भीड़ में ही नहीं होती,
अपने घर में भी होने लगती है..!!!
किसी के पास यकीन का
इक्का हो तो बताना,
हमारे तो सारे भरोसे के पत्ते जोकर निकले..!!!
पल पल बदलते रिश्तों के साए देखे है,
क्या तुमने अपनो से बहतर पराए देखे है..!!!
तुम्हारे शहर को बादल मुबारक हों
मेरे शहर में मेरी आँखें बरसती हैं
कुछ याद करके आँख से आँसू निकल पड़े
मुद्दत के बाद गुज़रे जो
उसकी गली से हम
अकेलापन भी एक सुकून है,
कम से कम झूठे लोग तो नहीं होते।
जख्म वहीं से मिले,
जहां से मरहम की उम्मीद थी..!!!
अब तो रातें भी शिकायत नहीं करतीं,
आदत जो पड़ गई है अकेले सोने की।
इस खामोशी में कितनी ताकत है,
ये तुम्हे हमारा आने वाला वक्त बताएगा..!!!
अकेलापन शायरी 2 line Hindi
साथ रह कर भी जो साथ न दे सके,
उनसे तो अकेलापन ही अच्छा है।
मेरी आंखो से पूछ क्या है बेबसी,
तेरे सिवा इन्हे कोई अच्छा नहीं लगता..!!!
अकेला था, अकेला हूँ,
शायद अकेला ही रहूँगा।
मत किया कर इतनी उम्मीद ए दिल,
दिल हर किसी की दुनिया अलग है..!!!
अपने लहज़े पे ग़ौर करके बता
लफ़्ज़ कितने हैं, तीर कितने हैं??
कौन खरीदेगा हीरों के दाम तेरे आँसू
वो जो दर्द का ताजिर था,
शहर छोड़ गया
चुपके चुपके दे जाते हैं…!
गहरे रोग सुनहरे लोग…!
एक लफ़्ज़ मोहब्बत था, एक लफ़्ज़ जुदाई
एक वो ले गया, एक मुझे दे गया
नज़रअंदाज़ करे जो कोई
सुकून कीजिए, जाने दीजिए
लोग मक्सद से पास आते हैं
हम नहीं हैं किसी के मक्सद के
ज़रा सी बात कही उसने तल्ख़ लहजे में
ज़रा सी बात पे तकिया भिगो दिया हमने..!
तुमने देखा है फकत आँखों को
तुमने आँखों में कहाँ देखा है?
तस्लीम कर लेते हैं खामियाँ भी अपनी
कितने मासूम होते हैं उदास लोग
अकेले चलने की अब
आदत सी हो गई है,
तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगती है।
कभी साथ था तू मेरे हर सफर में,
अब हर मोड़ पर बस तन्हाई मिलती है।
दिल तो बहुत चाहता है बोलूं,
पर अब कोई सुनने वाला ही नहीं।
तन्हा रातें अब दोस्त बन गई हैं,
जिसे चाहा था, वो याद बन गई है।
खुद को समझाया है हज़ार बार,
पर दिल तेरे बिना कभी नहीं मानता।
हर शख्स से दूर रहना सीख लिया,
क्योंकि सबसे जुड़ने पर ही टूटना आता है।
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